बड़ी उपलब्धि
भोपाल एम्प्री ने दिखाई राह
पराली से बनाया जा सकता है प्लाईबोर्ड

एनसीआर समेत लगे राज्यों में प्रदूषण फैलाने वाली पराली (नरवाई) का व्यावसायिक उपयोग इजाद किया जा चुका है। इस पर अमल से किसानों को न सिर्फ पराली जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि पराली उनके लिए आमदनी का जरिया भी बन जाएगी। इस समस्या का हल काउंसिल फाॅर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के अधीन आने वाली भोपाल की एडवांस मटेरियल एंड प्रोसेस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एम्प्री) ने खोज निकाला है।

सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट डाॅ. अशोकन ने इजाद की तकनीक

एम्प्री के बिजनेस डेवलपमेंट सेल के चेयरमैन और सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट डाॅ. अशोकन पप्पू ने इस नरवाई से प्लाईबोर्ड और दीमक प्रूफ बोर्ड बनाने की तकनीक इजाद की है, जिसे अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2019 में प्रदर्शित किया गया है। डाॅ. अशोकन पप्पू के मुताबिक नरवाई से प्लाई बोर्ड बनाने के लिए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से उन्होंने सात करोड़ रुपए की मांग की है। हालांकि यह पैसा नहीं सका है।