अर्थव्यवस्था व पीएसयू के लिए फायदेमंद है विनिवेश

अर्थव्यवस्था व पीएसयू के लिए फायदेमंद है विनिवेश

इस समय अर्थव्यवस्था में सुस्ती का माहौल और सरकार राजस्व वसूली के लक्ष्य को हासिल करने में भी मुश्किलों का सामना कर रही है। ऐसे में सरकार राजकोषीय स्थिति में संतुलन को बनाए रखने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) में विनिवेश पर जोर दे रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि विनिवेश से अर्थव्यवस्था, उद्योग, सरकार और आमजन को क्या फायदा होने वाला है? विनिवेश अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है। पीएसयू में विनिवेश प्रक्रिया के माध्यम से निजी क्षेत्र का दखल होने से नई तकनीक, नए विचार व नई दिशा का आगमन होता है। जिससे पीएसयू को तेजी से विकास करने में मदद मिलती है। पीएसयू के वृद्धि करने का सीधा लाभ अर्थव्यवस्था को होता है। पीएसयू के विनिवेश से निजी क्षेत्र के निवेशकों के लिए नई संभावनाएं खुलती हैं और पीएसयू में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ती है। आमतौर पर माना जाता है कि निजी क्षेत्र के प्रबंधन के काम करने का तरीका ज्यादा पेशेवर और बेहतर होता है। जिससे संबंधित कंपनी के विकास करने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। ऐसे में पीएसयू में निजी क्षेत्र के पेशेवरों के आने से पीएसयू ज्यादा तेजी से बढ़ सकेंगी। इससे रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी। विनिवेश से रोजगार घटने की धारणा गलत है, क्योंकि निजी क्षेत्र घाटा सहने के लिए तो पीएसयू में निवेश नहीं करेगा? इसी तरह मुनाफे वाली कंपनियों में विनिवेश पर सवाल खड़े करना ठीक नहीं है। इन कंपनियों में विनिवेश के माध्यम से निजी क्षेत्र के पेशेवरों के आने से इनकी आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी। इससे भी रोजगार के मौके और बढ़ेंगे। संतुलन बनाए रखने के लिए घाटे वाली पीएसयू के साथ ही मुनाफे वाली पीएसयू में विनिवेश जरूरी और उचित है। अब तक पीएसयू में विनिवेश के अनुभव बताते हैं कि विनिवेश अर्थव्यवस्था, रोजगार, उद्योग व सरकार हित में रहा है। कुल मिलाकर पीएसयू में विनिवेश से जहां सरकार को राजकोषीय घाटे को कम करने में मदद मिलेगी, वहीं पीएसयू की आर्थिक स्थिति भी सुधरने की संभावना है।