Ahilya Chamber

Create mirror server of GSTN
in every State: Ahilya Chamber


A delegation of Ahilya Chamber of Commerce and Industry met State Commercial Tax Minister and hand over a memorandum to him here on 23 January 2020.

The Ahilya Chamber of Commerce and Industry (AICCI) suggested to Vijendra Singh Rathore, Commercial Tax Minister of the State, that a mirror server of GSTN should be created in the State. This server will help in protecting GSTN server from crashing on the last days of filling of returns.

The delegation of Ahilya Chamber met Rathore here in the city on 23 January 2020 evening and handed over a memorandum in this regard. On behalf of the Chamber, general secretary Sushil Sureka suggested that similar to Madhya Pradesh, the Centre too should have a separate ministry to handle GST.

This suggestion was highly appreciated by the minister and he assured that he would definitely approach the Central Government and get is implemented.

In order to get rid of the troubles on the portal particularly during the last few days of filing the returns, it was suggested by the Chamber that a mirror server should be created in every state in which the returns of that particular state are uploaded. All this data would be loaded on the GST portal at night. The chamber suggested that just as the Central Government implemented the amnesty scheme (Sabka Vikas) for the cases of Service Tax and Excise, in the same way, if the amnesty scheme was brought in VAT, the trade industry would also get relief and the government would also get immediate revenue.

The delegation included Ramesh Khandelwal, Rasnidhi Gupta, Ishaq Chaudhary, Narendra Bafna, Shekhar Khanna, Nitesh Gupta etc.


जी.एस.टी के लिए सर्वर
राज्य वार बनाए


Ahilya Chamber

अहिल्या चेम्बर्स का प्रतिनिधि मंडल वाणिज्यकर मंत्री श्री बिजेंद्र राठौर जी से मिला।

चेम्बर कि ओर से महामंत्री सुशील सुरेका ने सुझाव दिया कि जिस प्रकार हमारे राज्य में वाणिज्य कर के लिए अलग मंत्रालय है, उसी प्रकार केंद्र में भी जीएसटी के लिए अलग मंत्रालय होना चाहिए। यह सुझाव मंत्री जी ने बहुत सराहा व आश्वासन दिया कि वे इसे अवश्य केंद्र सरकार तक पहुंचाएंगे एवं इसे क्रियांवित करवाएंगे। पोर्टल पर होने वाली परेशानियों से निजात दिलवाने के लिए चेंबर में सुझाव दिया कि हर राज्य में एक मिरर सरवर बनाया जाना चाहिए जिसमें उसी राज्य के रिटर्न अपलोड हो। यह सारा डाटा रात्रि में जीएसटी के पोर्टल पर लोड कर दिया जाए। चेंबर ने सुझाव दिया कि जिस प्रकार केंद्र सरकार ने सर्विस टैक्स व एक्ससाइज में एमनेस्टी स्कीम लाये तो व्यापार उद्योग को भी राहत मिलेगी और सरकार को तुरंत राजस्व मिलेगा।

मुख्य समस्या इनपुट क्रेडिट में यह किये गए बदलाव को मंत्री महोदय को बताई गई। इसके द्वारा GSTR2A में जी बिल दिखाई नहीं दे रहे, उनकी क्रेडिट जो बिल दिख रहें उसके केवल 10: राशि तक सीमित कर दी है, इससे ईमानदार व्यापारियों का बहुत सा धन ब्लाॅक हो गया है और आगे भी होते जाएगा। इस प्रावधान को वापस लिया जाना चाहिए।

प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष श्री रमेश खंडेलवाल, रसनिधि जी गुप्ता, इशाक चैधरी, नरेंद्र बाफना, शेखर खन्ना, नितेश गुप्ता आदि मौजूद थे।

सौजन्यः नरेंद्र बाफना (सह सचिव) अहिल्या चेम्बर्स ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री, इंदौर